नई दिल्ली:
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया, जो साफ़ संकेत देते हैं कि दिग्गज नेता अपनी पार्टी को एकजुट रखने के लिए काफ़ी मेहनत कर रहे हैं, और उन्होंने न सिर्फ़ पार्टी की उत्तराधिकार योजना को अमली जामा पहनाया है, बल्कि महाराष्ट्र में पार्टी की संभावनाओं को भी मज़बूत किया है.
यह घोषणा शरद पवार के भतीजे और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार की उपस्थिति में की गई. कुछ लोगों की सोच से उलट, इस कदम से अजीत पवार के हाशिये पर चले जाने की संभावना नहीं है, क्योंकि ज़मीन से जुड़े, स्थानीय प्रशासनिक मामलों पर पकड़ रखने वाले, और पश्चिमी महाराष्ट्र की गन्ना बेल्ट में पार्टी की रग-रग से वाकिफ़ अजीत के पास महाराष्ट्र में पार्टी के कामकाज पर पूरी स्वायत्तता रहने की संभावना है.
कुछ ही हफ़्ते पहले शरद पवार ने पार्टी प्रमुख पद से इस्तीफा दिया था, और समर्थकों के दुःखी हो जाने पर सिर्फ़ तीन दिन में उसे वापस ले लिया था. इस कदम से साफ़ है कि दिग्गज राजनेता को आगामी चुनाव में अपनी पार्टी के अवसर बढ़ने के आसार नज़र आ रहे हैं, और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र वह खुद को बिखरे विपक्ष की धुरी के तौर पर बड़ी भूमिका के लिए भी तैयार कर रहे हैं.