नई दिल्ली:
जानी-मानी फिनटेक कंपनी भारतपे के को-फाउंडर (BharatPe Co Founder) अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) का बयान अकसर कड़वा होता है और वे अपनी कथनी के लिए चर्चा में आ जाते हैं. अब एक कार्यक्रम में उनका टैक्स पर दिया बयान कई लोगों को पसंद आ रहा है तो सरकार को यकीनी तौर पर पसंद नहीं आएगा. कुछ लोग उनके बयान को एंटी नेशनल भी कह रहे है तो कोई कह रहा है कि अश्नीर बोल तो सही रहा है. अश्नीर ने टैक्स सिस्टम पर बयान दिया है और समझाया है कि क्यों बिजनेसमैन टैक्स नहीं देता है और सैलरी वाला आदमी क्यों परेशान रहता है. क्यों सरकार का इतना ज्यादा टैक्स लगाने का सिस्टम खराब है.
पहले पढ़ें कि आखिर अश्नीर ग्रोवर ने क्या बयान दिया है. (Ashneer Grover on Income Tax)
अश्नीर ने एक कार्यक्रम में कहा, ” टैक्सपेयर देश में चैरिटी कर रहा है उसको कोई बेनेफिट नहीं मिल रहा है. जब आपको पता है कि मैं 10 रुपये कमाऊंगा और उसमें से सरकार 4 रुपये रख लेगी. आप उसे महीनों में गिनो तब आपको बात खटेकेगी. यानी 12 महीने में से 5 महीने आप सरकार के लिए काम कर रहे हो. अपनी जिंदगी में देख लो कितने साल आपने सरकार के लिए काम करना है. सरकार की गुलामी करनी. सात महीनों में से ही अपने लिए निकालना है. चाहे आपके बच्चों की एजुकेशन हो गई, चाहे घूमने जाना है, जो भी करना है सात महीने से करना है. पांच महीने तो स्वाहा हो गए. हम सब एक्सेप्ट करके बैठे हैं. जो बिजनेस वाला है उसके यह बात खटकती है, वो परेशान है नहीं देता टैक्स, आपके पास तो ऑप्शन ही नहीं है. आपका तो टीडीएस कटके आएगा. फॉर्म 16 मिल जाएगा. जाओ सरकार से क्लेम कर लो जो बनता है. भारत में टैक्स सजा है. इसके बाद आप देखें. आप 18 प्रतिशत जीएसटी दे रहे हैं. तो इसे जोड़ लीजिए तो पता लगेगा की सात महीने से और डेढ़ महीना कम हो गया. तो आप जी किसके लिए रहे हो. ”