कर्नाटक के चुनावों में इस बार भारतीय जनता पार्टी को पछाड़ कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया. ऐसे में अब पार्टी में मुख्यमंत्री चुनने की कवायद तेज हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के शीर्ष सहयोगी केसी वेणुगोपाल ने रविवार को कहा कि पार्टी बड़ी चुनावी जीत के बाद यह तय करने पर काम कर रही है कि कर्नाटक का मुख्यमंत्री कौन होगा? उन्होंने यह भी कहा कि वह इस साल के अंत में होने वाले चुनावों से पहले राहुल गांधी के पैदल मार्च की अगली यात्रा की व्यवस्था करने और राजस्थान में अपने शीर्ष नेताओं के बीच संघर्ष को दूर करने पर काम कर रहे थे.
केसी वेणुगोपाल ने कर्नाटक चुनाव परिणाम के एक दिन बाद NDTV से कहा, “यह विपक्षी एकता का संदेश है और हमें राष्ट्रीय स्तर पर मिलकर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ चुनाव के बाद गठबंधन करने के लिए तैयार है, भले ही उनके वैचारिक मतभेद हों या कुछ राज्यों में प्रतिद्वंद्वी हों. CPI-M का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “हम केरल में CPI-M या तेलंगाना में बीआरएस के साथ गठबंधन नहीं कर सकते, लेकिन हम चुनाव के बाद और कुछ मामलों में चुनाव पूर्व गठबंधन कर सकते हैं.”
कर्नाटक का मुख्यमंत्री कौन होगा, इस बारे में अटकलों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “इसमें कुछ समय लगेगा, और हम इसे डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच सुलझा लेंगे, जो दोनों दिल से कांग्रेसी हैं.” उन्होंने इस पद के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे पर विचार किए जाने की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, “खरगे का कोई सवाल ही नहीं है, अफवाहों पर विश्वास न करें.” उन्होंने कहा कि पार्टी राजस्थान में नेतृत्व के मुद्दे को भी हल करेगी, जहां दो दावेदार – सचिन पायलट और अशोक गहलोत – राज्य में चुनाव से ठीक पहले हाल के महीनों में एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं.